देश के कई हिस्सों में आंधी-तूफान का कहर, 26 की मौत, 50 से ज्यादा लोग घायल

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दिनभर रही तेज गर्मी के बाद रविवार शाम अचानक आई आंधी बारिश उत्तर प्रदेश और दिल्ली -एनसीआर के लिए आफत बन गई। आंधी के कारण हुए हादसों में 26 लोगों की मौत हो गई। जबकि 50 से अधिक घायल हो गए। मरने वालों में दो दिल्ली के, 15 उत्तरप्रदेश, 8 पश्चिम बंगाल और एक हरियाणा से हैं। करोड़ों रुपये की संपत्ति का भी नुकसान होने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक करीब 109 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली। इसकी वजह से अकेले दिल्ली में करीब 200 पेड़ों और 40 बिजली के खंभे गिर गए। इससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई।

आंधी के कारण दिल्ली की लाइफलाइन मेट्रो ट्रेन की कई सेवाएं प्रभावित हुईं। ब्लू लाइन और वाइलेट लाइन पर पेड़ गिरने से यातायात दो घंटे प्रभावित रहा। वहीं 40 से अधिक उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। जबकि 24 उड़ानों में देरी हुई। देर शाम कनॉट प्लेस समेत राजधानी के कई इलाकों में जाम लग गया।

मेट्रो में आई दिक्कत का सबसे ज्यादा असर राजीव चैक मेट्रो स्टेशन पर दिखाई दिया। ब्लू लाइन इंद्रप्रस्थ से करोल बाग के बीच प्रभावित थी। इसके चलते राजीव चैक पर भीड़ बढ़ती चली गई। शाम को मेट्रो स्टेशन पर भीड़ बढ़कर एक लाख से ज्यादा हो गई। इसके बाद सुरक्षा के चलते राजीव चैक स्टेशन पर प्रवेश बंद कर दिया गया।

कई रूटों पर ट्रेंने भी हुई प्रभावित

कई स्थानों पर ओएचई टूटने की वजह से कई रूटों पर ट्रेंने भी प्रभावित हुई हैं। पलवल में रेलवे का ओएचई टूटने से मथुरा रूट पर रेल यातायात दो घंटे बाधित रहा। मुरादाबाद मंडल में रेलवे ने आंधी के कारण विद्युत आपूर्ति बंद कर दी है। इसके चलते ट्रेनों का संचालन ठप हो गया है। कई ट्रेनें इधर-उधर रास्ते में खड़ी हो गई हैं। इनमें कुछ मालगाड़ी और यात्री ट्रेनें शामिल हैं।

आंधी की वजह से दिल्ली में दो, पश्चिम बंगाल में आठ, हरियाणा के पलवल में एक, उत्तरप्रदेश के मथुरा, शामली, अलीगढ़ में एक-एक, बुलंदशहर में दो, संभल दो और नोएडा में एक, गाजियाबाद में एक और कासगंज में पांच लोगों की मौत हो गई

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