28वें विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन करेंगे मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक

983

नई दिल्ली। शनिवार से शुरू हो रहे 28वें विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक करेंगे। 4 से 12 जनवरी तक प्रगति मैदान के हॉल नं. 7 से 12 में चलने वाले इस पुस्तक मेले में इस बार कोई अतिथि देश शामिल नहीं हो रहा है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को भी नहीं बुलाया गया है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) के अध्यक्ष प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा ने कांस्टीट्यूशन क्लब में बृहस्पतिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। मेले की थीम ‘महात्मा गांधी : लेखकों के लेखक’ रखी गई है।

जनरल बिपिन रावत को सीडीएस बनाने का हरीश रावत ने किया स्वागत

23 देश लेंगे भाग

गोविंद प्रसाद शर्मा ने बताया कि सीमित जगह में मेला आयोजित होने की वजह से इस बार 600 देशी-विदेशी प्रकाशकों के 1300 से अधिक स्टाल होंगे और 23 देश भाग लेंगे, लेकिन पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान नहीं होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष में पेरिस पुस्तक मेले (फ्रांस) में भारत अतिथि देश के तौर पर शामिल होगा। इस बार किसी भी देश को अतिथि देश नहीं बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रगति मैदान में निर्माण कार्य चल रहा है, इसलिए किसी अतिथि देश को आमंत्रित नहीं किया गया है।

सुबह 11 से शाम 8 बजे तक होगा समय

उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष के मद्देनजर मेले में गांधी मंडप तैयार किया गया है। इसमें महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई पुस्तकों के अलावा उन पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में लिखी गई 500 पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से प्रेरित और विशेष रूप से डिजाइन किए गए इस मंडप में भारतीय भाषाओं के 100 प्रकाशकों की 500 पुस्तकों की विशेष प्रदर्शनी भी होगी। मेले का समय सुबह 11 से रात 8 बजे तक रखा गया है।

उन्होंने बताया कि न्यास ने पिछले वर्ष गांधीजी पर छह-सात पुस्तकें प्रकाशित की हैं और न्यास की पत्रिका पुस्तक संस्कृति का गांधी विशेषांक प्रकाशित किया गया हैं। उन्होंने बताया कि गांधी खुद तो लेखक थे ही, लेखकों पर भी उनका बहुत प्रभाव पड़ा। गांधी के 150वें जयंती वर्ष में विदेशों में होने वाले पुस्तक मेले में भी गांधी पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। इस बार मेले में प्रवेश गेट नंबर एक और दस से होगा।

स्कूल ड्रेस में नहीं लगेगा टिकट

स्कूली ड्रेस में मेला घूमने आने वाले छात्रों, बुजुर्गों और दिव्यांगों को प्रवेश शुल्क नहीं चुकाना होगा। टिकट का दाम प्रति व्यस्क 30 और प्रति बच्चा 20 रुपये रहेगा। टिकटें ऑनलाइन भी मिलेंगी और चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर भी।

चलेगी शटल गाड़ियां

प्रगति मैदान में निर्माण कार्य चल रहा है इसलिए थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन हमने शटल गाड़ियां चलाई हैं, जो गेटों पर उपलब्ध होंगी। प्रेसवार्ता में एनबीटी की मेला निदेशक नीरा जैन, भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अतिरिक्त निदेशक मदन मोहन भी मौजूद थे।

मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर समेत बॉलीवुड को इस साल मिलेंगे ये नये चेहरे

Leave a Reply