Union Minister Nitin Gadkari : से मिले राज्यपाल गुरमीत सिंह

1934

देहरादून। Union Minister Nitin Gadkari : उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की। राज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखंड में सड़क कनेक्टिविटी के संबंध में अपना विजन साझा किया। राज्यपाल ने मुख्यतः राज्य में चार धाम मार्ग आलवेदर रोड विकास परियोजना, निर्माणधीन विभिन्न रोपवे परियोजनाओं, सीमांत क्षेत्रों में सड़कों के विकास के विषय पर विस्तृत चर्चा भी की।

PM Modi in Kashi : प्रधानमंत्री मोदी बोले- देश को नई दिशा दे रहा है बनारस

केंद्रीय मंत्री ने दिया उत्तराखंड सड़क परियोजनाओं के समयबद्ध एवं प्रभावी क्रियान्वयन का आश्वासन

मंगलवार को दिल्‍ली में भेंट के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के मध्य निर्माणाधीन दिल्ली- सहारनपुर- देहरादून एक्सप्रेस-वे और नई रोड टेक्नोलाजी के संबंध में भी चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड में संचालित सभी सड़क परियोजनाओं के समयबद्ध एवं प्रभावी क्रियान्वयन का आश्वासन दिया। राज्यपाल ने कहा कि भारत में सड़क कनेक्टिविटी के क्षेत्र में क्रांति हो रही है। उत्तराखंड के विकास एवं प्रगति में सड़क कनेक्टिविटी की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में जहां सड़क मार्ग से नहीं पहुंचा जा सकता वहां पर रोपवे का विकास किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड धार्मिक आस्था का केंद्र भी है। राज्य विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनने जा रहा है।

दुनियाभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए सड़क मार्गों तथा रोपवे विकास की परियोजनाए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि हेमकुंड साहिब जी तक पहुंचने के लिए रोपवे का विकास किया जा रहा है, अब विश्वभर से सिख श्रद्धालु और भी अधिक सुविधापूर्वक हेमकुंड साहिब के दर्शन कर सकेंगे।

सामरिक और सुरक्षा की दृष्टि से भी सड़क कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने कहा कि उत्तराखंड एक सीमांत राज्य है ऐसे में सामरिक और सुरक्षा की दृष्टि से भी सड़क कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण है। बार्डर क्षेत्रों में सड़क मार्गों का विस्तार अति आवश्यक है। राज्यपाल ने कहा कि हमें सीमांत क्षेत्रों के लोग को विशेष रूप से रिवर्स माइग्रेशन के लिए प्रोत्साहित करना होगा। सामरिक दृष्टि से भी सीमांत क्षेत्रों में निवासियों का बसे रहना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक पर्यटन राज्य भी है और पर्यटन राज्य की आर्थिकी की रीढ़ है। सड़क मार्गों और रोपवे के विकास और सुदृढ़ीकरण से पर्यटन, रिवर्स माइग्रेशन को बढ़ावा मिलेगा।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने पिछले दिनों ही नई दिल्ली में सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी से भेंट कर उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी के विस्तार पर विस्तृत चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने राज्य के सीमांत क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में आधारभूत संरचना विकास के लिए बीआरओ के कार्यों की प्रशंसा की।

Doon university initiation ceremony : कल, CM धामी करेंगे शिरकत

Leave a Reply