सूरत से अपने घर आए प्रवासियों ने कहां देवेश्वर भट्ट का कभी नहीं भूलेंगे उपकार

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ट्रेन टिकट को लेकर जहां राजनीतिक दल एक दूसरे पर छीटाकाशी कर रहे हैं उसी दौरान उत्तराखंड मूल के सूरत में रहने वाले देवेश्वर भट्ट ने उत्तराखंड वासियों के ट्रेन का टिकट का खर्चा उठाकर एक मिसाल पेश की है ।
देवेश्वर भट्ट की बेटी सपना ने अपने पिता का एक वीडियो बनाया है जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पिता देवेश्वर भट्ट ने प्रवासियों के लिए 1200 ट्रेन टिकट खरीदें है। इसके बाद उन्होंने अपने पिता से मुखातिब करवाया। इस दौरान देवेश्वर भट्ट ने कहा कि कोरोना के कहर के कारण गुजरात में भी सभी फैक्ट्रियां होटल बंद हो गए है। जिसके कारण प्रधानमंत्री के गृह क्षेत्र में रह रहे पहाड़ के लोगों ने भी वापिस उत्तराखंड जाने का मन बना लिया। गुजरात में रह रहे पहाड़ के कई लोग उनसे वाफिक थे। वह जानते थे कि गुजरात में उनकी कोई मदद कर सकता है तो वह उत्तराखंड प्रवासी उक्रांद के गुजरात अध्यक्ष देवेश्वर भट्ट ही कर सकते हैं। जिसके बाद कई लोगों ने उन्हें मैसेज फेसबुक से उन्हें संपर्क किया । देवेश्वर बताते है कि  उन्होंने लोगो को  समझाने  की कोशिश की लेकिन वह यहाँ एक पल भी रुकने के लिए तैयार नही हुए।
जिसके बाद उन्होंने सूरत में रह रहे समाजसेवी गोपाल स्वामी की मदद से इन लोगों के लिए ट्रेन की टिकट खरीदें और उनकी घर वापसी कराई। देवेश्वर भट्ट के इस कार्य के लिए प्रवासियों ने उनका आभार जताया है और कहा कि उनकी इस मदद के लिए वो उन्हें कभी नहीं भूलेंगे

 

 

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