एक दिन में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाए तीन बड़े फैसले, जानिए इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें

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नई दिल्ली। आज सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन के अंदर तीन बड़े मामलों पर अपना फैसला सुनाया है। आज कोर्ट ने राहुल गांधी अवमानना मामला, राफेल और सबरीमाला केस से जुड़ी याचिकाओं पर अपना निर्णय सुनाया है। उच्चतम न्यायालय ने तीनों ही मामलों पर फैसले लगातार दिए हैं। आइए जानते हैं फैसले से जुड़ी दस बड़ी बातें क्या रहीं…

सुप्रीम कोर्ट के फैसले की 10 बड़ी बातें:

1. सुप्रीम कोर्ट ने आज सबसे पहले सबरीमाला मंदिर पर अपना फैसला सुनाते हुए इसे बडी़ बेंच को सौंप दिया। अब 7 जजों की पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी।

2. पांच जजों की बेंच में से 3 जजों ने इस मामले को सात जजों की बड़ी बेंच को सौंपने को सहमति जताई, वहीं दो जस्टिस नरीमन और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इसपर अहसमित जताई। अंत में 3:2 के अनुपात को देखते हुए इसपर फैसला लिया गया।

3. इस फैसले के आने के बाद सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री जारी रहेगी। कोर्ट ने साथ ही कहा महिलाओं का प्रवेश इस मंदिर तक सीमित नहीं है, इसमें मस्जिदों और पारसी मंदिरों में महिलाओं का प्रवेश भी शामिल है।

4. सुप्रीम कोर्ट ने दूसरा बड़ा फैसला सुनाते हुए राफेल मामले में अपने फैसले के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया।

5. कोर्ट ने मामले पर अपने फैसले में कहा कि याचिकाकर्ताओं द्व्रा सौदे में गड़बड़ी की बात निराधार है और इसके आधार पर सौदे की प्रक्रिया में गड़बड़ी की दलीलें खारिज कर दी गईं।

6. उच्चतम न्यायालय ने इसके साथ ही उस विवाद को भी खारिज कर दिया कि 58,000 करोड़ रुपये के सौदे के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करने की आवश्यकता थी।

7. दिन का तीसरा बड़ा फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को राफेल मामले में पीएम मोदी के ऊपर की गई उनकी ‘चौकीदार चोर है’ टिप्पणी के मांगी गई माफी को मंजूर कर लिया।

8. शीर्ष अदालत ने भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए दायर अवमानना ​​याचिका को बंद कर दिया है।

9. कोर्ट ने इसके साथ ही राहुल गांधी को उनकी विवादित टिप्पणी के लिए नसीहत देते हुए कहा है उन्हें आगे के लिए ऐसी टिप्पणियों के लिए सावधान रहने को कहा है।

10. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की बेंच ने आज फैसला सुनाया। इस पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस खानविलकर, जस्टिस नरीमन और जस्टिस इंदु मल्होत्रा शामिल थे।

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